उत्पादन फलन क्या है ? what is production function
उत्पादन फलन (Production Function) अर्थशास्त्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो उत्पादन के साधनों (जैसे श्रम, पूंजी, भूमि और उद्यम) और उत्पादन के परिणाम (उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की मात्रा) के बीच संबंध को दर्शाता है। यह फलन यह बताता है कि उत्पादन के विभिन्न साधनों के संयोजन से कितना उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।
उत्पादन फलन को गणितीय रूप में इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है:
[ Q = f(L, K, T, E) ]
जहाँ:
- ( Q ) = उत्पादन की मात्रा (Output)
- ( L ) = श्रम (Labour)
- ( K ) = पूंजी (Capital)
- ( T ) = भूमि (Land)
- ( E ) = उद्यम (Entrepreneurship)
उत्पादन फलन के मुख्य प्रकार:
- अल्पकालीन उत्पादन फलन: इसमें कुछ साधन (जैसे पूंजी) स्थिर होते हैं, जबकि अन्य (जैसे श्रम) परिवर्तनशील होते हैं।
- दीर्घकालीन उत्पादन फलन: इसमें सभी साधन परिवर्तनशील होते हैं।
उत्पादन फलन के उदाहरण:
- रैखिक उत्पादन फलन: ( Q = aL + bK )
- कोब-डगलस उत्पादन फलन: ( Q = A \cdot L^\alpha \cdot K^\beta )
उत्पादन फलन का उपयोग उत्पादन प्रक्रिया की दक्षता, साधनों का आवंटन और आर्थिक विकास के विश्लेषण में किया जाता है।