अध्याय 13 विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव

अध्याय 13 विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव

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* विद्युत व चुंबकत्व में संबंध कैसे ज्ञात होता ?
:– चालक (तांबे के तार) में विद्युतधारा प्रवाहित करने पर विद्युत धारा द्वारा एक चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न किया जाता है जो कि विद्युत और चुंबकत्व में संबंध को दर्शाता है।
* हैंस क्रिश्चियन आस्टेड (1777 -1851 ) – 19वीं शताब्दी में हैंस क्रिश्चियन आस्टेड ने सन् 1820 ईसवी में खोजा कि किसी धातु के तार में विद्युत धारा प्रवाहित करने पर पास में रखी दिक् सूची में विक्षेप उत्पन्न हुआ । आस्टेड ने यह प्रमाणित किया कि विद्युत तथा चुंबकत्व परस्पर संबंधित परिघटनाएँ हैं । तथा उन्हीं के सम्मान में चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक ऑस्टेड रखा गया है।

* चुंबकीय क्षेत्र और क्षेत्र रेखाएं :— किसी छड़ चुंबक के निकट लाने पर दिक् सूचक की सुई विक्षेपित हो जाती है ।
दिक् सूचक की सुई के दोनों सिरे लगभग उत्तर और दक्षिण दिशाओं की ओर संकेत करते हैं । उत्तर दिशा की ओर संकेत करने वाले सिरे को उत्तरोमुखी ध्रुव तथा उत्तर ध्रुव कहते हैं । दूसरा सिरा जो दक्षिण दिशा की ओर संकेत करता है उसे दक्षिणोमुखी ध्रुव अथवा दक्षिण ध्रुव कहते हैं ।चुंबकों के सजातीय ध्रुवो में परस्पर प्रतिकर्षण तथा विजातीय ध्रुवो में परस्पर आकर्षण होता है।
* किसी छड़ चुंबक पर लौह चूर्ण छिड़कने पर लौह चूर्ण एक विशेष पैटर्न में व्यवस्थित हो जाता है। क्योंकि चुंबक अपने चारों ओर के क्षेत्र में अपना प्रभाव आरोपित करता है।
* चुंबकीय क्षेत्र :– किसी चुंबक के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमें उसके बल का संसूचन किया जा सकता है, वह चुंबक का चुंबकीय क्षेत्र कहलाता है ।
* चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं :– वह रेखाएं जिनके अनुदिश लौह चूर्ण स्वयं संरेखित होता है ,चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं का निरूपण करती है।
* चुंबकीय क्षेत्र की दिशा क्या होती है?
* चुंबकीय क्षेत्र एक ऐसी राशि है जिसमें परिमाण तथा दिशा दोनों होते हैं । किसी चुंबकीय क्षेत्र की दिशा वह मानी जाती है जिसके अनुदिश दिक् सूची का उत्तर ध्रुव उस क्षेत्र के भीतर गमन करता है।
* चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक बंद वक्र क्यों होती है ?
* चुंबक के भीतर चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की दिशा उसके दक्षिण ध्रुव से उत्तर ध्रुव की ओर होती है । अत: चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक बंद वक्र होती है।
* चुंबकीय क्षेत्र की आपेक्षिक प्रबलता को किससे दर्शाया जाता है?
* चुंबकीय क्षेत्र की आपेक्षिक प्रबलता को क्षेत्र रेखाओं की निकटता की कॉटि द्वारा दर्शाया जाता है।
* चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की विशेषताएं बताइए।
* विशेषताएं :– 1. जहां पर चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं अपेक्षाकृत अधिक निकट होती है वहां चुंबकीय क्षेत्र अधिक प्रबल होता है।
2. दो क्षेत्र रेखाएं कहीं भी एक दूसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती।

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