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राजस्थान के प्रमुख कुंभ
rajasthan ke pramukh kumbh आदिवासियों का कुंभ– डूंगरपुर जिले में सोम-माही -जाखम नदियों के संगम पर स्थित बेणेश्वर मेले को बागड़ प्रदेश का पुष्कर ,आदिवासियों का कुंभ कहा जाता है।
सहरिया जाती का कुंभ –बारां जिले में स्थित सीताबाड़ी सहरिया जाति का कुंभ कहलाता है ।
तीर्थ स्थलों का मामा –देवताओं की उप- नगरी ,तीर्थराज, विश्व के एकमात्र ब्रह्माजी के मंदिर की स्थली पुष्कर को तीर्थस्थलों का मामा कहा जाता है ।
तीर्थ स्थलों का भाँजा –धौलपुर जिले में स्थित मचकुंड को तीर्थस्थलों का भांजा कहा जाता है। यहाँ नहाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं।
राजस्थान के प्रमुख कुंभ
आदिवासियों का कुंभ– डूंगरपुर जिले में सोम-माही -जाखम नदियों के संगम पर स्थित बेणेश्वर मेले को बागड़ प्रदेश का पुष्कर ,आदिवासियों का कुंभ कहा जाता है।
सहरिया जाती का कुंभ –बारां जिले में स्थित सीताबाड़ी सहरिया जाति का कुंभ कहलाता है ।
तीर्थ स्थलों का मामा –देवताओं की उप- नगरी ,तीर्थराज, विश्व के एकमात्र ब्रह्माजी के मंदिर की स्थली पुष्कर को तीर्थस्थलों का मामा कहा जाता है ।
तीर्थ स्थलों का भाँजा –धौलपुर जिले में स्थित मचकुंड को तीर्थस्थलों का भांजा कहा जाता है। यहाँ नहाने से चर्म रोग दूर हो जाते हैं।
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