भौतिक भूगोल :
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इकाई – I
भौतिक भूगोल की परिभाषा, सौर मंडल, पृथ्वी की उत्पत्ति, पृथ्वी और उसके उपग्रह की गति, सूर्य और चंद्र ग्रहण, पृथ्वी के आंतरिक क्षेत्र और भूवैज्ञानिक समय पैमाने।
वैगनर का महाद्वीपीय बहाव का सिद्धांत, प्लेट टेक्टोनिक्स; आइसोस्टैसी।
इकाई – II
पर्वत निर्माण के सिद्धांत – जोली, कोबर और होम्स; डायस्ट्रोफिक बल – दोष और तह,
भूकंप और ज्वालामुखी, कटाव के चक्र की अवधारणा – डेविस और पेंक; नदी, ग्लेशियर, एओलियन, कार्स्ट और तटीय परिदृश्य से जुड़े भू-आकृतियाँ।
इकाई – III
वायुमंडल की संरचना और परतें; पृथ्वी का सूर्यातप और ऊष्मा बजट: तापमान और दबाव; वायुमंडलीय परिसंचरण – ग्रहीय और स्थानीय हवाएँ; हिंद महासागर की राहत विशेषताएँ,
महासागरों में तापमान और लवणता का वितरण; महासागरीय धाराएँ एवं ज्वार-भाटा।
प्रायोगिकभूगोल / आंतरिक मूल्यांकन
पाठ्यक्रम सामग्री:
- कार्टोग्राफी की प्रकृति और क्षेत्र।
- पैमाना- साधारण। विकर्ण और तुलनात्मक।
- मानचित्रों का विस्तार, न्यूनीकरण और संयोजन – वर्ग और किरण विधि।
- उच्चावच के प्रतिनिधित्व के तरीके – हैचर्स, स्पॉट ऊंचाई, बेंच मार्क, हिल शेडिंग, लेयर टिंट, कंटूर – ढलानों के प्रकार, घाटियाँ, झरना, गॉर्ज, पठार, शंक्वाकार पहाड़ी, रिज, सैडल और दर्रे।
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