कक्षा 10 अध्याय 19 जैव विविधता एवं इसका संरक्षण
कक्षा 10 अध्याय 19 जैव विविधता एवं इसका संरक्षण
1जैव विविधता का अर्थ क्या है
जैव विविधता दो शब्दों से मिलकर बना है अर्थात जीवन तथा विविधता अर्थात विभिन्नता अत जैव विविधता का अर्थ है पृथ्वी पर पाए जाने वाले जीव धारियों के मध्य में पाई जाने वाली विभिन्नता
2जैव विविधता को कौन से राज्य द्वारा वह कब प्रकाशित किया गया है
संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा 1987 में प्रकाशित प्रौद्योगिकी आकलन रिपोर्ट के अनुसार जैव विविधता को परिभाषित किया गया है
3जैव विविधता की परिभाषा क्या है
जीव जंतुओं में पाए जाने वाली विभिन्नताओं क्षमता तथा पारिस्थितिकीय जटिलता ही जैव विविधता कहलाती है
4 प्रजाति किसे कहते हैं
प्रजाति जीवो का ऐसा शब्द है जिसके सदस्य दिखने में एक जैसे हो तथा प्राकृतिक परिवेश में प्रजनन कर संतान पैदा करने की क्षमता रखना की प्रजाति कहलाता है
5 प्रजाति विविधता किसे कहते हैं
किसी क्षेत्र विशेष में पाए जाने वाले जीवो पौधों एवं जंतुओं के विभिन्न प्रजातियों की कुल संख्या उस क्षेत्र की प्रजाति विविधता कहलाती है
6अनुवांशिक विविधता से क्या तात्पर्य है
एक ही प्रजाति के विभिन्न सदस्यों के बीच अनुवांशिक इकाई जिन के कारण पाई जाने वाली भिन्नताअनुवांशिक विविधता कहलाती है
7पारिस्थितिकी तंत्र विविधता किसे कहते हैं
किसी क्षेत्र विशेष के समस्त जीव जंतुओ की परस्पर तथा उनके पर्यावरण के विभिन्न अजैविक घटकों में अन्तः क्रियाओं से निर्मित तंत्र पारिस्थिकी तंत्र कहलाता है पृथ्वी पर अनेक प्रकार के पारिस्थितिक तंत्र पाए जाते हैं जैसे. घास के मैदान पहाड़ मरुस्थल नम भूमि समुंद्र नदी घाटी उष्णकटिबंधीय वन आदि इन पारिस्थितिकीय तंत्रो की अपनी भौगोलिक व पर्यावरणीय विशेषताएं होती है जिस कारण वाह पाए जाने वाले जीव जंतुओं और पौधों में भिन्नता होती है यह विभिन्नता पारिस्थितिकी तंत्र की विविधता कहलाती है
8 किसके अनुसार पृथ्वी पर जीवों की कितनी प्रजातियां पाई जाती है
मिलेनियम इकोसिस्टम असेसमेंट के अनुसार पृथ्वी पर जीवों की 50 से 300 लाख प्रजातियां पाई जाती है जिनमें से वैज्ञानिक 17 से 20 लाख प्रजातियों को ही पहचान पाए हैं पृथ्वी पर पाए जाने वाले जैव विविधता का वितरण असमान है भूमध्य रेखा जैव विविधता से संपन्न क्षेत्रों में से हैं जैसे जैसे हम भूमध्य रेखा से दूर जाते हैं वैसे वैसे जैव विविधता कम होती जाती है वनस्पतियों की दृष्टि से मध्य और दक्षिण.अमेरिका तथा दक्षिणी पूर्वी एशिया काफी धनी है जहां पृथ्वी के अधिकांश उष्णकटिबंधीय वन पाए जाते हैं
9 वनस्पति एवं जीवो की प्रजातियों का विवरण को समझाएं
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय भारत सरकार की वर्ष 1999 की रिपोर्ट के अनुसार विश्व स्तर पर पाई जाने वाली वनस्पति एवं जीवो की प्रजातियों का विवरण निम्न प्रकार समझा जा सकता है
पादप जगत विश्व की वनस्पति विविधता
1 जीवाणु 4000
2 वायरस 4000
3 शैवाल 40000
4 फंगस 72000
5लाइकेन 17000
6 बायोफाइट 16000
7 टेरिडोफाइट 13000
8 नगनबीजी 750
9 आवृत्तबीजी 250000
जंतु जगत विश्व की जंतु विविधता
1स्तनपाई 4629
2 मोलस्क 66535
3 आर्थोपोडा 987949
4 अन्य अकशेरूकी 87121
5 प्रोटोकाडेँटा 2106
6 मछली वर्ग 21723
7 अभयचर 5150
8 सरीसृप 5817
9प्रोटिस्टा 31259
10 पक्षी वर्ग 9026
11 भारत सरकार के अनुसार पर्यावरण एवं वन मंत्रालय में पाई जाने वाली विभिन्न प्रजातियों को समझाइए
पर्यावरण एवं वन मंत्रालय भारत सरकार की 2009 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में पाई जाने वाली 45968 वनस्पति प्रजातियां तथा 91364 जंतु प्रजातियों की पहचान हो चुकी है वनस्पति प्रजातियों में लगभग 16000 फल फूल वाले पौधे 12000 फफूंद 2500 बायोफाइट 2300 शैवाल 1600 लाइकेन तथा 1000 फन् की प्रजातियां सम्मिलित है इसी प्रकार जंतुओं में स्तनधारियों की 397 पक्षियों की 1232 सरीसृपों की 460 अभयचरो की 240 मछलियों की 2546 तथा कीटो 59300 से अधिक प्रजातियां पाई जाती है
11 जैव विविधता तप्त स्थल क्या है
ऐसा क्षेत्र जहां बहुत अधिक जैव विविधता होती है जैव विविधता तप्त स्थल कहलाते हैं
12 जैव विविधता तप्त स्थल की अवधारणा सबसे पहले कब व किसने की थी
इसकी अवधारणा सबसे पहले सन 1986 में ब्रिटिश पारिस्थितिकीविद् नामम्रन मेयर्स ने प्रस्तुत की थी जिसके आधार पर सन 1999 में विश्व के 25 क्षेत्र जो जैव विविधता तप्त स्थल घोषित किया गया
13 किस किसी क्षेत्र को जैव विविधता तप्त स्थल घोषित करने के लिए कितनी शर्तों का होना आवश्यक है
उस क्षेत्र में विश्व की कुल स्थानबद्ध प्रजातियों की 0.5% से अधिक प्रजातियां उपस्थित हो संख्या के हिसाब से उस स्थान पर कम से कम 1500 स्थानबंदृ प्रजातियां होनी चाहिए
उस उस क्षेत्र के मूल आवास का 70% उजड़ चुका हो अर्थात मानव गतिविधियों से उस क्षेत्र के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा हो
14 विश्व के प्रमुख बायोडायवर्सिटी हॉरस्पॉट के नाम क्या है
ऐसे क्षेत्रों को को संरक्षण की तत्काल आवश्यकता होती है इसलिए इन्हें बायोडायवर्सिटी हॉरस्पॉट घोषित किया जाता है विश्व के घोषित 34 बायोडायवर्सिटी हॉरस्पॉट इन सभी क्षेत्रों का कुल क्षेत्रफल पृथ्वी के कुल क्षेत्रफल का 23% है विश्व के कुछ प्रमुख बायोडायवर्सिटी हॉरस्पॉट है अंटार्टिका वन पूर्वी मलेशियाई द्वीप समूह दक्षिण पश्चिमी चीन के पर्वत मेडागास्कर द्वीप समूह मध्य अमेरिका कोलंबिया चोको मध्य चिली पूर्वी हिमालय पश्चिमी घाट श्रीलंका आदि
15 पूर्वी हिमालय जैव विविधता तप्त स्थल क्या है
इसके अंतर्गत पूर्वी हिमालय का असम अरुणाचल प्रदेश सिकिकम तथा पश्चिम बंगाल राज्य का क्षेत्र आता है हिमालय पर्वत श्रंखला असीम जैव विविधता से संपन्न है इस क्षेत्र में पाए जाने वाले कुछ प्रमुख जिवो के नाम है हिमालय नहर सुनहरा लंगूर हुलोक गिब्बन पिग्मी हॉग उड़न गिलहरी हिम तेंदुआ ताकिन डॉल्फिन आदि
16 राष्ट्रीय जलीय जीव कौनसा है
हमारा राष्ट्रीय जलीय जीव वर्ष 2009 में गोंदिया डॉल्फिन का भारत का राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया गया डॉल्फिन का नदी पारिस्थितिकी तंत्र में वही महत्व जो जंगल में बाघ का
17 पश्चिमी घाट जैव विविधता तप्त स्थल क्या है
भारत के पश्चिमी तट से लगा हुआ पश्चिमी घाट विश्व का एक प्रमुख जैव विविधता तप्त स्थल है यह 160000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत है यहां पाए जाने वाले मुख्य जीव है मालाबार गन्ध बिलाओ एशियाई हाथी नीलगिरि नहर मैकाक बंदर आदि
18 इंडो बर्मा जैव विविधता तप्त स्थल क्या है
यह उष्णकटिबंधीय पूर्वी एशियाई में चीन भारत म्यांमार वियतनाम थाईलैंड कंबोडिया तथा मलेशिया के क्षेत्र में है यहा असंख्या वनस्पतियां स्तनधारी जीव उभयचर व मछलियां प्रजातियां पाई जाती है
19 स्थानबद्ध प्रजातियां किसे कहते हैं
ऐसी प्रजातियां जो एक क्षेत्र विशेष में पाई जाती है अर्थात जल का वितरण का विस्तार एक सीमित क्षेत्र में होता है उस स्थानबद्ध प्रजातियां कहलाती है उदाहरण लेमूर प्राणी मात्र मेडागास्कर द्वीप तक सीमित है इसी प्रकार नीलगिरी थार व मैकाक बंदर भारत के पश्चिमी घाट में ही पाए जाते हैं आदि
20 डोडो पक्षी स्थानबद्ध प्रजातियों की खोज सर्वप्रथम कब हुई थी
डोडो पक्षी जो मोरिशस के एक दीप की स्थानबद्ध प्रजाति थी जिसकी खोज सर्वप्रथम वर्ष 1658 में हुई थी किंतु उस द्वीप पर मानव गतिविधियों के बढ़ने में शिकार के कारण यह पक्षी मात्र 23 वर्षों से विलुप्त हो गया वर्ष 1681 में से अंतिम बार देखा गया था
21 जैव विविधता का महत्व से क्या तात्पर्य है
जैव विविधता एक प्रकार से प्राकृतिक संसाधन है जिसमें विभिन्न जीवो के जीवन के लिए प्राकृतिक एवं जैविक स्त्रोत मिलते हैं इससे मनुष्य की आधारभूत आवष्यकताओं की पूर्ति होती है
22 आर्थिक महत्व क्या है
जैव विविधता हमें प्रत्यक्ष रुप से भोजन इंधन चारा इमारती लकड़ी कच्चा माल उपलब्ध कराती है जैव विविधता के कारण ही हमें विविधता पूर्ण भोजन धान अनाज फल सब्जियां प्राप्त होती है जैव विविधता का उपयोग कृषि पैदावार बढ़ाने के साथ रोगरोधी कीट रोधी फसलों की किस्में के विकास में किया जा रहा है उदाहरण हरित क्रांति के लिए उत्तरदाई गेहूं की बोनी किस्म का विकास जापान में पाए जाने वाले नारीन 10 नंबर गेहूं की किस्म से तथि धान की बोनी किस्मो का विकास ताइवान में पाया जाने वाले डी जियो रू जेन नामक धान की प्रजाति से किया गया था इस प्रकार सन 1970 के दशक में एशिया महाद्वीप के160000 हेक्टयर क्षेत्र में धान की फसल तबाह हो गई थी तब पूर्वी उत्तर प्रदेश में 1963 में संग्रहित की गई जंगली धान की प्रजाति ओराइजा निवेरा से उक्त रोग के प्रति प्रतिरोधी क्षमता विकसित की गई
23 जैव विविधता औषधीय महत्व क्या है
प्राचीन काल से ही जड़ी बूटियों का उपयोग अनेक प्रकार की बीमारियों के इलाज में किया जा रहा है आज लगभग 40% उपलब्ध औषधीय को वनस्पतियों से प्राप्त किया जाता है मलेरिया का इलाज पादप की छाल से मिल गया टैक्सस.बकाटा नामक वृक्ष की छाल का उपयोग उच्च रक्तचाप मे किया जाता है आज विश्व में महामारी का रुप ले चुके एड्स का इलाज भी संभव हो पाया है
24 जैव विविधता पर्यावरण महत्व क्या है
खाद्य श्रंखला के संरक्षण
हम जानते कि खाद्य श्रंखला में एक जाति है दूसरी जाति का भक्षण करती है अर्थात प्रत्येक प्रजाति किसी दूसरी प्रजाति पर निर्भर रहती है एक प्रजाति के विलुप्त होने से पूरी खाद्य श्रंखला के खत्म होने का खतरा रहता है किसी खाद्य श्रंखला में किसी एक जाति के कम होने पर खाद्य जाल की अन्य प्रजाति उसकी कमी को पूरा कर खाद्य संरक्षण कर सकती है
पोषक चक्र नियंत्रण
जैव विविधता पोषक चक्र गतिमान रखने में सहायक होती है मिट्टी की सूक्ष्म जीवी विविधिता पौधों में जीवों के मृत भागो को विघटित कर पोषक तत्व पुनः पौधों को उपलब्ध कराने में सहायक होती है रहता है इस प्रकार यह चक्र चलता रहता है
पर्यावरण प्रदूषण का निस्तारण
जैव विविधता पर्यावरण प्रदूषण के निस्तारण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है कुछ वनस्पतियां प्रदूषित प्रदूषकों का विघटन अवशोषण करने का गुण रखती है जैसे सदाबहार नामक पौधे में टा्इनाइटो्टोलुईन जैसे घातक विस्फोटक करने की क्षमता होती है
25 जैव विविधता सामाजिक सांस्कृतिक व आध्यात्मिक महत्व क्या है
मानव संस्कृति तथा पर्यावरण का विकास के साथ-साथ हुआ है आज की आधुनिक व उपभोक्तावादी प्रवृति से पूर्व मानव प्रकृति में एक साम्राज्य था आज भी आदिवासी समाज ऐसे हैं जो आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पूर्ण रूप से प्रकृति पर निर्भर हैं कुछ इसी प्रकार कुछ जंतु जैसे गाय मोर हंस चूहा हाथी आदि का भी हमारी संस्कृति में विशेष स्थान है हमारे देश में आज भी ऐसे वन क्षेत्र हैं जिन्हें देववन कहा जाता है विश्व स्तर पर जैव विविधता के आर्थिक पर्यावरण सामाजिक व सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2010 को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता वर्ष के रूप में बनाया गया ताकि विश्व समुदाय जैव विविधता के महत्व को समझ कर इसे बनाए रखने का प्रयास करें जैव विविधता प्रकृति का अनुपम उपहार है हम सभी का कर्तव्य है कि हम जैव विविधता का संरक्षण करें आदि
26 जैव विविधता पर संकट से क्या तात्पर्य है
प्रकृति में वनस्पति एवं जंतु प्रजातियों के विलुप्त होना अथवा नई प्रजातियों का पैदा होना एक प्राकृतिक घटना है वर्तमान में मनुष्य के क्रियाकलापों तथा प्राकृतिक संसाधनों के अंधाधुंध दोहन से यह दर 1000 से 10000 गुना तक बढ़ गई है परिणाम स्वरुप जैव विविधता तेजी से कम हो रही है गत वर्षों में भारत में एशियाई चीता जावाईन गैंडा हिमालयन क्वेल पिंक हैडेड डक पूर्ण रूप से विलुप्त हो चुके हैं
28 जैव विविधता का संरक्षण में अंतर्राष्ट्रीय प्रयास किया है
विश्व में जैव विविधता के निरंतर हार को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ के अधीन वर्ष 1968 में एक iucn International Union for conversation of nature का गठन हुआ
29 रेड डाटा बुक क्या है
Iucn इस संस्था द्वारा 4 वर्ष तक विश्व के विभिन्न पादप प्राणी जातियों का अध्ययन कर 1972 में पुस्तक का प्रकाशन किया जिसे रेड डाटा बुक कहते हैं इस पुस्तक में लुप्त हो रही जातियां उनेक आवास तथा वर्तमान में उनकी संख्या को सूचीबद्ध किया गया है
30 iucn ने विश्व की जीव प्रजातियों को संरक्षण की दृष्टि से कितने संवर्गों में विभाजित किया है
विलुप्त प्रजातियां
ऐसी जातियों जो अब विश्व में कहीं भी जीवित अवस्था में नहीं मिलती विलुप्त प्रजातियां कहलाती है उदाहरण डोडो पक्षी डायनासोर रायनियां पादप आदि
संकटग्रस्त प्रजातियां
ऐसी प्रजातियां जो विलुप्त होने की कगार पर है तथा जिन का संरक्षण नहीं किया गया तो शीघ्र विलुप्त हो जाएगी जैसे चीता बाघ सर्पगंधा गैंडा आदि
अतिसंवेदनशील प्रजातियां
ऐसी जातियों की संख्या तेजी से कम हो रही है तथा शीघ्र ही संकटग्रस्त की श्रेणी में आने की आशंका है या कगार पर है जैसे याक नीलगिरी लंगूर लाल पांडा कोबरा आदि
दुर्लभ प्रजातियां
ऐसी जातियां जो प्राय सीमित भौगोलिक क्षेत्र में रह गई हैं जिनकी संख्या बहुत विरल है जैसे लाल भेड़िया हैनान गिब्बन आदि
अपर्याप्त रूप से ज्ञात प्रजातियां
ऐसी प्रजातियां जिनके बारे में जानकारी नहीं होने से उन्हें किसी विशिष्ट वर्ग में नहीं रखा जा सकता
31 cites का पूरा नाम क्या है
Iucn ने वर्ष 1973 में एक कन्वेशन cites conversation on international trade in end angered species आयोजित की जिसमें विभिन्न देशों ने संकटग्रस्त प्रजातियों के अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर नियंत्रण लगाने पर अपनी सहमति
32 CBD से क्या तात्पर्य है
वर्ष 1994 में बाजिल के शहर रियो डी जेनेरियो में एक पृथ्वी सम्मेलन के दौरान जैव विविधता संधि CBD convention on biodiversity अस्तित्व में आई जिसे आज 193 देश स्वीकार कर चुके हैं
33 जैव विविधता एक्ट 2002 इसके कितने उद्देश्य है
जैव विविधता एक्ट 2002 बनाया गया जिस के मुख्य तीन उद्देश्य अंगीकृत है
जैव विविधता का संरक्षण
जैव विविधता का ऐसा उपयोग जिससे यह लंबे समय तक उपलब्ध रहे.
देश के जैविक संसाधनों के उपयोग से होने वाले लाभों का समान वितरण ताकि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके
34 NBA व SBB तथा BMC क्या है
इन उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए जैव विविधता एक्ट 2002 में त्रिस्तरीय संगठन का प्रावधान है राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण NBA national biodiversity authority राज्यों में जैव विविधता बोर्ड state biodiversity board तथा स्थानीय स्तर जैव विविधता प्रबंध समितियां biodiversity management committees
35 राष्ट्रीय हरित अधिकरण का गठन कब हुआ
2 जून 2010 को राष्ट्रीय हरित अधिकरण का गठन हुआ उक्त कानूनों के अंतर्गत अपील उच्च न्यायालय में नहीं वरन राष्ट्रीय हरित अधिकरण में दर्ज होगी जिससे इन विषयों से संबंधित विवादों का निपटारा तेजी से होगा राष्ट्रीय हरित अधिकरण का मुख्यालय भोपाल में बनाया गया है
36 जैव विविधता संरक्षण क्या है
जैव विविधता का संरक्षण से तात्पर्य ऐसे प्रयासों से है जिनसे जींन्स प्रजाति आवाज तथा इकोसिस्टम का संरक्षण हो अतः जैव विविधता संरक्षण का सबसे उपयुक्त तरीका यह है कि हम पूर्ण इकोसिस्टम को उसके प्राकृतिक रूप से संरक्षित रखें
37 जैव विविधता का संरक्षण कितने प्रकार से किया जाता है
वर्तमान में जैव विविधता का संरक्षण निम्न दो प्रकार से किया जाता है
स्थाने संरक्षण
ऐसा संरक्षण प्राकृतिक आवास में ही मानव द्वारा प्रदत अनुरक्षण से किया जाता है स्वः स्थाने संरक्षण कहलाता है जिस संकटग्रस्त प्रजाति को संरक्षित करना होता है उसके अनुसार चयनित प्राकृतिक आवास में ही अनुकूल परिस्थितियां एवं सुरक्षा उपलब्ध कराई जाती है इसके तहत जीवमंडल रिजर्व राष्ट्रीय उद्यान अभयारण्य तथा संरक्षण आदि की स्थापना की जाती है
बहिस्थाने संरक्षण
जैव विविधता संरक्षण कि इस विधि में संकटग्रस्त पादप व जंतु प्रजातियां को उनके प्राकृतिक एवं आवास में संरक्षण प्रदान किया जाता है इसके तहत वनस्पति प्रजातियों के संरक्षण हेतु वनस्पति उद्यान बीच उत्तक संवर्धन प्रयोगशाला की स्थापना की जाती है
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1 भोजन एवं मानव स्वास्थ्य
1 Food and Human Health
2 मानव तंत्र
2 human System
3 अनुवांशिकी
3 Genetics
4 प्रतिरक्षा एवं रक्त समूह
4 Immunity
5 दैनिक जीवन में रसायन
5 Chemistry in Everyday life
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6 रासायनिक अभिक्रियाएं एवं उत्प्रेरक
6 Chemical Reaction and Catalyst
7 परमाणु सिद्धांत एवं तत्वों का आवर्ती वर्गीकरण व गुणधर्म
7 Atomic Theory , Periodic Classification and Properties of Elements
8 कार्बन व उसके योगिक
8 Carbon and its Compounds
9 प्रकाश
9 Light
10 विद्युत धारा
10 Electric Current
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11 कार्य ऊर्जा और शक्ति
11 Work Energy and Power
12 प्रमुख प्राकृतिक संसाधन
12 Main Natural Resources
13 अपशिष्ट एवं इसका प्रबंधन
13 Effects and Management of Waste
14 पादप एवं जंतुओं के आर्थिक महत्व
14 Economic Importance of Plants and Animals
15 पृथ्वी की संरचना
15 Structure of Earth
16 ब्रह्मांड एवं जैव विकास
16 Origin of Universe
17 पृथ्वी के बाहर जीवन की खोज
17 Search of Life in Space
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