अभिज्ञान शाकुंतलम प्रश्नोत्तरी

Abhigyan Shakuntalam Prashnottari 1. “अभिज्ञान शाकुंतलम” के रचयिता कौन हैं ? कालिदास 2. महाकवि कालिदास की कृतियों के बारे में बताइए? महाकाव्य (कुमारसंभव , रघुवंश) गीतिकाव्य (ऋतुसंहार , मेघदूत ) नाटक ( मालविकाम्निमित्र, विक्रमोर्वशीय, अभिज्ञान शाकुंतलम् ) 3. राजा दुष्यंत कहाँ का राजा था? हस्तिनापुर 4. राजा दुष्यंत शिकार करते हुए किस ऋषि के आश्रम … Read more

त्रयोदश पाठ – हिमालय:

* त्रयोदश पाठ – हिमालय: * भावार्थ: संदर्भ : – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक रुचिरा के हिमालय: नामक अध्याय से ली गई है। इसके माध्यम से महाकवि कालिदास हमें हिमालय की सुंदरता के बारे में बता रहे हैं। भावार्थ: :- भारत के उत्तर दिशा में देवताओं की आत्मा के रहने योग्य हिमालय नामक पर्वतों … Read more

राजनीति विज्ञान का अन्य सामाजिक विज्ञानों से संबंध

पाठ 3 — ” राजनीति विज्ञान का अन्य सामाजिक विज्ञानों से संबंध “* वस्तुनिष्ठ प्रश्न :–प्रश्न 1. ” साध्य ही नहीं साधन भी पवित्र होने चाहिए।” यह कथन राजनीति विज्ञान को समाज विज्ञान के निकट लाता है, वह है ।उत्तर .नीतिशास्त्रप्रश्न 2. ” राजनीतिशास्त्र विज्ञान के बिना इतिहास का कोई फल नहीं , इतिहास के … Read more

संस्कृति एवं समाज Sanskriti Aur Samaj

संस्कृति एवं समाज संस्कृति एवं समाज लोगों का एक ऐसा समूह जिसकी संस्कृति समान होती है, समाज कहलाता है । व्यक्ति अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति अकेला नहीं कर पाता है। इसलिए उसे दूसरों का सहयोग प्राप्त करना पड़ता है तथा सहयोग देना भी पड़ता है। अतः सामाजिक संबंध अमूर्त होते हैं। व्यक्ति व समाज एक … Read more

विकास की अवधारणा

विकास की अवधारणा विकास की अवधारणा विश्व के देशों को आर्थिक दृष्टि से दो भागों में बांटा जाता है। 1. विकसित देश 2. विकासशील देश 1. विकसित देशो की श्रेणी में वे देश आते हैं, जहाँ औद्योगिक विकास तीव्र गति से होने की कारण लोगों की आय में वृद्धि हुई और भौतिक सुख सुविधाएँ प्रचुर … Read more

सामाजिक न्याय

सामाजिक न्याय सामाजिक न्याय हम बच्चों को सड़क किनारे बने ढाबों, चाय की दुकानों ऑटोमोबाइल वर्कशॉप, आदि स्थानों पर काम करते हुए पाते हैं। अनेक बच्चों को हम शहरों में ट्रैफिक लाइट के इर्द-गिर्द भीख मांगते हुए भी देखते हैं । यह बच्चे या तो शिक्षा से वंचित रहे हैं , या फिर अपने कामकाजी … Read more

समकालीन भारतीय समाज

 समकालीन भारतीय समाज समकालीन भारतीय समाज भारतीय सामाज एक विविधतायुक्त समाज है। भारत में विभिन्न में लोगों , जातियों और समुदायों के बीच एक अनोखी समानता एवं एकता हमेशा विद्यमान रही है । भारतीय समाज एवं संस्कृति का इतिहास बहुत प्राचीन है। भारतीय सामाजिक जीवन एक गतिशील समाज है । समाज में परिवर्तनशीलता के साथ-साथ … Read more

kaksha 6 sanskrit chapter 2

kaksha 6 sanskrit chapter 2 कक्षा 6 संस्कृत चैप्टर 2 kaksha 6 sanskrit chapter 2 कक्षा 6 संस्कृत चैप्टर 2 द्वितीयः पाठः  शब्दपरिचय: – 2   एषा का?  एषा दोला।  दोला कुत्र अस्ति?  दोला उपवने अस्ति।   शब्दार्थ:-  एषा — यह का — क्या, कौन दोला – झूला कुत्र – कहाँ अस्ति – है उपवने … Read more

अध्याय 10 किशोरावस्था की ओर

अध्याय 10 किशोरावस्था की ओर अध्याय 10 किशोरावस्था की ओर प्रश्न 1. शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्त्रावित पदार्थ का क्या नाम है ? प्रश्न 2. किशोरावस्था को परिभाषित कीजिए। प्रश्न 3. ऋतुस्राव क्या है ? वर्णन कीजिए। प्रश्न 4. यौवनारंभ के समय होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की सूची … Read more

अध्याय 9 जंतुओं में जनन

अध्याय 9 जंतुओं में जनन अध्याय 9 जंतुओं में जनन प्रश्न 1. सजीवों के लिए जनन क्यों महत्त्वपूर्ण है? समझाइए। प्रश्न 2. मनुष्य में निषेचन प्रक्रम को समझाइए। प्रश्न 3. सर्वोचित उत्तर चुनिए (क) आंतरिक निषेचन होता है (1) मादा के शरीर में (Ii) मादा के शरीर से बाहर (Iii) नर के शरीर में । … Read more

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