Class 8 Sanskrit जलवाहिनी chapter 7

Class 8 Sanskrit जलवाहिनी भावार्थ संदर्भ – प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक ‘रुचिरा’ के ‘जलवाहिनी’ नामक अध्याय से ली गई है। इन पंक्तियों के माध्यम से कवि हमें ग्रामीण महिला की मनोदशा के बारे में बताना चाहते हैं। भावार्थ – ग्रामीण महिला अपने दैनिक जीवन में किए जाने वाले काम के बारे में सोचती हुई … Read more

Class 8 Sanskrit सुभाषितानि Chapter 1

Class 8 Sanskrit सुभाषितानि * भावार्थ :– प्रस्तुत पंक्तियां हमारी पाठ्यपुस्तक ‘रुचिरा’ के प्रथम अध्याय “सुभाषितानि” से ली गई है । इन पंक्तियों के माध्यम से यह पाठ हमें यह शिक्षा देता है कि, हमें सदैव अच्छी बातों को अपनाना चाहिए। और उसी के अनुसार आचरण करना चाहिए । गुणा गुणज्ञेषु गुणा भवन्तिते निर्गुणं प्राप्य … Read more

गुणा गुणज्ञेषु गुणा भवन्ति

गुणा गुणज्ञेषु गुणा भवन्ति ते निर्गुणं प्राप्य भवन्ति दोषाः ।  सुस्वादुतोया: प्रभवन्ति नद्य: समुद्रमासाद्य भवन्यपेया: ||1||  शब्दार्थ   गुणा:- बहुत सारे गुण, गुणज्ञेषु- गुणिया मे , भवन्ति – होते हैं  ते- वे लोग, निर्गुणम् – निर्गुण को,  दोषाः – अवगुण, दोष , सुस्वादुतोया: – स्वादिष्ट जल वाली,  प्रभवनि – निकलती है आसाद्य – पहुँच कर , … Read more

अध्याय 2 सूक्ष्मजीव मित्र एवं शत्रु

अध्याय 2 सूक्ष्मजीव मित्र एवं शत्रु अध्याय 2 सूक्ष्मजीव मित्र एवं शत्रु प्रश्न 1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए(क) सूक्ष्मजीवों को …………….. की सहायता से देखा जा सकता है। (ख) नीले-हरे शैवाल वायु से …………… का स्थिरीकरण करते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि होती है। (ग) एल्कोहल का उत्पादन …………….. नामक सूक्ष्मजीव की … Read more

अध्याय 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध

अध्याय 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध अध्याय 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध प्रश्न 1. उचित शब्द छांटकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए । तैरने, जल, फसल, पोषक, तैयारी। (क) एक स्थान पर एक ही प्रकार के बड़ी मात्रा में उगाए गए पौधों को …..फसल…. कहते हैं। (ख) फसल उगाने से पहले प्रथम चरण मिट्टी की … Read more

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