पैमाने के प्रतिफल (Returns to Scale)

पैमाने के प्रतिफल (Returns to Scale) अर्थशास्त्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो यह बताती है कि जब उत्पादन के सभी साधनों (Inputs) को एक ही अनुपात में बढ़ाया जाता है, तो उत्पादन (Output) पर क्या प्रभाव पड़ता है। यह अवधारणा दीर्घकाल (Long Run) से संबंधित है, क्योंकि दीर्घकाल में सभी साधन परिवर्तनशील (Variable) होते … Read more

उत्पति वृद्धि नियम उत्पति समता नियम उत्पति ह्रास नियम समझाइए

उत्पति वृद्धि नियम उत्पति समता नियम उत्पति ह्रास नियम समझाइए उत्पत्ति वृद्धि नियम, उत्पत्ति समता नियम और उत्पत्ति ह्रास नियम अर्थशास्त्र के महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं, जो उत्पादन के कारकों (जैसे श्रम, पूंजी, भूमि) और उत्पादन के स्तर के बीच संबंध को समझाते हैं। ये नियम उत्पादन प्रक्रिया में होने वाले परिवर्तनों को व्याख्यायित करते हैं। … Read more

दीर्घकालीन उत्पादन फलन Long-Run Production Function

दीर्घकालीन उत्पादन फलन (Long-Run Production Function) अर्थशास्त्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो उस स्थिति को दर्शाता है जब उत्पादन प्रक्रिया में सभी साधन (Inputs) परिवर्तनशील (Variable) होते हैं। दीर्घकाल में, फर्म उत्पादन के सभी साधनों (जैसे श्रम, पूंजी, भूमि और प्रौद्योगिकी) को समायोजित कर सकती है, ताकि उत्पादन के स्तर को इष्टतम (Optimal) बनाया … Read more

अल्पकालीन उत्पादन फलन Short-Run Production Function

अल्पकालीन उत्पादन फलन (Short-Run Production Function) अर्थशास्त्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो उस स्थिति को दर्शाता है जब उत्पादन प्रक्रिया में कम से कम एक साधन (Input) स्थिर (Fixed) होता है, जबकि अन्य साधन परिवर्तनशील (Variable) होते हैं। अल्पकाल में, फर्म उत्पादन के स्तर को केवल परिवर्तनशील साधनों (जैसे श्रम) को बदलकर ही समायोजित … Read more

कोब-डगलस उत्पादन फलन Cobb-Douglas Production Function

कोब-डगलस उत्पादन फलन (Cobb-Douglas Production Function) अर्थशास्त्र में एक व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला उत्पादन फलन है, जो उत्पादन (Output) और उत्पादन के साधनों (Inputs) के बीच संबंध को दर्शाता है। यह फलन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों पॉल डगलस और चार्ल्स कोब द्वारा विकसित किया गया था। यह फलन उत्पादन प्रक्रिया में श्रम (Labour) और … Read more

रैखिक उत्पादन फलन Linear Production Function

रैखिक उत्पादन फलन Linear Production Function एक सरल प्रकार का उत्पादन फलन है, जिसमें उत्पादन (Output) और उत्पादन के साधन (Inputs) के बीच संबंध रैखिक (Linear) होता है। इसमें उत्पादन की मात्रा, उत्पादन के साधनों (जैसे श्रम और पूंजी) के योग के समानुपाती होती है। रैखिक उत्पादन फलन को गणितीय रूप में इस प्रकार व्यक्त … Read more

उत्पादन फलन क्या है ? what is production function

उत्पादन फलन क्या है ? what is production function उत्पादन फलन (Production Function) अर्थशास्त्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो उत्पादन के साधनों (जैसे श्रम, पूंजी, भूमि और उद्यम) और उत्पादन के परिणाम (उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की मात्रा) के बीच संबंध को दर्शाता है। यह फलन यह बताता है कि उत्पादन के विभिन्न साधनों … Read more

मुद्रा परिमाण सिद्धांत

मुद्रा परिमाण सिद्धांत मुद्रा पूर्ति:- मुद्रा की पूर्ति बैंकों व सरकार के वित्तीय विभागों के द्वारा की जाती हैं। Mudra pariman Siddhantमुद्रा परिमाण सिद्धांतमुद्रा परिमाण से तात्पर्य मुद्रा के मूल्य से होता है। अब तक अनेक अर्थशास्त्रियों ने मुद्रा के मूल्य के लिए अलग-अलग सिद्धांत दिए। इन्होंने मुद्रा के मूल्य व कीमत के मध्य संबंध … Read more

भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियां

भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियां  मूल्य वृद्धि या मुद्रास्फीति से क्या तात्पर्य है  सामान्य कीमत स्तर में स्त्त वृद्धि की स्थिति मुद्रास्फ़ीति कहलाती है  मुद्रास्फीति का संबंध अर्थव्यवस्था में अनेक वास्तु औसत स्तर मे वृद्धि से है ना कि किसी एक वस्तु की कीमत में वृद्धि मात्र से है  कीमत किसे कहते हैं मौद्रिक अर्थव्यवस्था … Read more

उपभोक्ता एवं विधिक जागरूकता तथा सूचना का अधिकार

उपभोक्ता एवं विधिक जागरूकता Class 10 Social Science स्वर्णिम भारत-प्रारंभ से 1206 ई तक Rajasthan State Board Solutions उपभोक्ता एवं विधिक जागरूकता तथा सूचना का अधिकार प्रश्न 1. उपभोक्ता किसे कहते हैं? उत्तर जब व्यक्ति किसी वस्तु या सेवा का मूल्य देकर उसे प्राप्त करके उपभोग कर लाभ प्राप्त करता है “उपभोक्ता” कहलाता है। प्रश्न … Read more

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