kaksha 11 raajaneetik siddhaant ek parichay कक्षा – 11 राजनीतिक सिद्धांत – एक परिचय
kaksha 11 raajaneetik siddhaant ek parichay राजनीतिक सिद्धांत
प्रश्न 1. राजनीतिक सिद्धांत किन खास बुनियादी प्रश्नों का अध्ययन करता है?
उत्तर 1.समाज को कैसे संगठित होना चाहिए?
2. हमें सरकार की जरूरत क्यों है?
3. सरकार का सर्वश्रेष्ठ रूप कौन सा है ?
4. क्या कानून हमारी आजादी को सीमित करता है?
5. राजसत्ता की अपने नागरिकों के प्रति क्या देनदारी होती हैं?
6.नागरिक के रूप में एक-दूसरे के प्रति हमारी क्या देनदारी होती है?
प्रश्न 2. राजनीतिक सिद्धांत क्या करता है?
उत्तर राजनीतिक सिद्धांत बुनियादी प्रश्नों की पड़ताल करता है, और राजनीतिक जीवन को अनुप्रमाणित करने वाले स्वतंत्रता, समानता और न्याय जैसे मूल्यों के बारे में सुव्यवस्थित रूप से विचार करता है।
प्रश्न 3. राजनीतिक सिद्धांत किस प्रकार राजनीतिक अवधारणाओं की परिभाषा की व्याख्या करता है ?
उत्तर यह अतीत और वर्तमान के कुछ प्रमुख राजनीतिक चिंतकों को केंद्र में रखकर मौजूदा परिभाषाओं की व्याख्या करता है। और बताता है कि, वर्तमान में यें कितनी उपयुक्त है, और लोकतंत्र के लिए इन्हें किस प्रकार परिमार्जित किया जाए ।
प्रश्न 4. राजनीतिक सिद्धांत का उद्देश्य क्या होता है?
उत्तर राजनीतिक सिद्धांत का उद्देश्य नागरिकों को राजनीतिक प्रश्नों के बारे में तर्कसंगत ढंग से सोचने और सामाजिक राजनीतिक घटनाओं को सही तरीके से आंकने का प्रशिक्षण देना है।
प्रश्न 6. राजनीति क्या है ?
उत्तर राजनीति के विषय में लोगों की अलग-अलग राय है , जैसे कि :–
1. राजनीति एक प्रकार की जनसेवा है।
2. कुछ राजनीति को दांवपेच से संबंधित मानते हैं।
3. राजनीति वही है, जो राजनेता करते हैं।
4. कुछ इसका संबंध घोटालों से जोड़ते हैं।
प्रश्न 7. राजनेताओं एवं राजनीतिक पदाधिकारियों के अनुसार राजनीति क्या है?
उत्तर इनके अनुसार राजनीति एक प्रकार की जनसेवा है।
प्रश्न 8. स्वार्थपरता के कार्यों के कारण राजनीति से हताश , व्यक्ति क्या कहता है ?
उत्तर इस स्थिति में व्यक्ति कहने लगता है कि, ” मुझे राजनीति में रुचि नहीं है, या मैं राजनीति से दूर रहता हूं।”
प्रश्न 9. क्या राजनीति अवांछनीय गतिविधि है?
उत्तर नहीं, राजनीति कोई अवांछनीय गतिविधि नहीं है, और हमें इससे अलग रहना अथवा पीछा छुड़ाना नहीं चाहिए, बल्कि दुनिया को बेहतर बनाने के लिए हमें भी इसमें शामिल होना चाहिए।
प्रश्न 10. राजनीति का संबंध दुर्भाग्यवश किस से जुड़ गया है?
उत्तर दुर्भाग्यवश राजनीति का संबंध किसी भी तरीके से निजी स्वार्थ साधने के धंधे से जुड़ गया है ।
प्रश्न 11. महात्मा गांधी ने ” राजनीति ” के विषय में क्या टिप्पणी की है?
उत्तर महात्मा गांधी ने कहा है कि , ” राजनीति ने हमें सांप की कुंडली की तरह जकड़ रखा है , और इससे जूझने के सिवाय कोई अन्य रास्ता नहीं है ।”
प्रश्न 12. किसी भी समाज के जिंदा रहने के लिए क्या आवश्यक है?
उत्तर किसी भी समाज के जिंदा रहने के लिए राजनीतिक संगठन और सामूहिक निर्णय के ढांचे का होना आवश्यक है ।
प्रश्न 13. राजनीति में दर्शाने वाले महत्वपूर्ण बातें कौन सी है ?
उत्तर महत्वपूर्ण बात यह है कि , सरकार कैसे बनती है ? और कैसे कार्य करती है ?
प्रश्न 14. कैसी सरकार लोगों के जीवन और सुरक्षा को संकट में डाल सकती है?
उत्तर एक अकुशल और भ्रष्ट सरकार ।
प्रश्न 15. यदि सत्तारूढ़ सरकार जातीय और सांप्रदायिक संघर्ष को हवा दे , तो क्या होता है?
उत्तर ऐसी स्थिति में बाजार , स्कूल आदि बंद हो जाते हैं , और हमारा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है ।
प्रश्न 16. जब हम सरकार की नीतियों से असहमत होते हैं, तो क्या करते हैं?
उत्तर हम विरोध करते हैं , प्रदर्शन करते हैं, वाद-विवाद तथा विचार-विमर्श करते हैं, इन सभी तरीकों से मौजूदा अव्यवस्था और पतन के तर्कसंगत कारण तलाशते हैं, और बेहतर दुनिया की आकांक्षा करते हैं।
प्रश्न 17. राजनीति का जन्म किस तथ्य से होता है? उत्तर राजनीति का जन्म इस तथ्य से होता है कि “हमारे और हमारे समाज के लिए क्या उचित एवं वांछनीय हैं और क्या नहीं।”
प्रश्न 18. सामूहिक निर्णय कैसे किए जाते हैं?
उत्तर समाज में कई बहुविध वार्ताएँ होती है, उनके माध्यम से समाज में सामूहिक निर्णय किए जाते हैं।
प्रश्न 19. कब कहा जाता है कि जनता राजनीति में संलग्न है ?
उत्तर जब जनता आपस में वार्ता करती है और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने और सामान्य समस्याओं के समाधान में मददगार गतिविधियों में भाग लेती है, तब कहा जाता है कि जनता राजनीति में संलग्न है।
प्रश्न 20. संवैधानिक दस्तावेजों का निर्माण किन आधारों पर हुआ?
उत्तर संवैधानिक दस्तावेजों का निर्माण उन विचारों और सिद्धांतों के आधार पर हुआ , जिन पर कौटिल्य और अरस्तु से लेकर ज्यांजाॅक , रूसो , कार्लमार्क्स , महात्मा गांधी और डॉक्टर बी.आर.अंबेडकर तक के समय से वाद-विवाद में होता आया है ।
प्रश्न 21. आधुनिक काल में सबसे पहले किसने सिद्ध किया कि ” स्वतंत्रता मानव मात्र का मौलिक अधिकार है ।”
उत्तर रूसो ने।
प्रश्न 22. कार्लमार्क्स ने समानता एवं स्वतंत्रता के संबंध में क्या तर्क दिया?
उत्तर कार्लमार्क्स का तर्क था कि “समानता भी उतनी ही निर्णायक है , जितनी की स्वतंत्रता।”
प्रश्न 23. “हिंद- स्वराज” नामक पुस्तक किसने लिखी उत्तर महात्मा गांधी ने।
प्रश्न 24. महात्मा गांधी ने अपनी पुस्तक “हिंद-स्वराज” में किसकी विवेचना की?
उत्तर वास्तविक स्वतंत्रता या स्वराज की।
प्रश्न 25. बी.आर. अंबेडकर ने अनुसूचित जातियों के पक्ष में क्या तर्क रखा?
उत्तर बी.आर. अंबेडकर ने तर्क दिया कि “अनुसूचित जातियों को अल्पसंख्यक माना जाना चाहिए, और उन्हें विशेष आरक्षण मिलना चाहिए।”
प्रश्न 26. भारतीय संविधान के अधिकार वाले अध्याय में किसे पूर्णत: निषेध किया गया ?
उत्तर भारतीय संविधान के अधिकार वाले अध्याय में “किसी भी रूप में छुआछूत का निषेध किया गया है।”
प्रश्न 27. महात्मा गांधी के सिद्धांतों को संविधान में कहां शामिल किया गया?
उत्तर नीति निर्देशक तत्व में।
प्रश्न 28. राजनीतिक सिद्धांत किन विचारों और नीतियों के व्यवस्थित रूप को प्रतिबिंबित करता है ?
उत्तर जिनसे हमारे सामाजिक जीवन, सरकार और संविधान ने आकार ग्रहण किया है।
प्रश्न 29. राजनीतिक सिद्धांत किन अवधारणाओं का अर्थ स्पष्ट करता है?
उत्तर यह स्वतंत्रता , समानता , न्याय , लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता जैसी अवधारणाओं का अर्थ स्पष्ट करता है ।
प्रश्न 30. राजनीतिक सिद्धांत किन नीतियों की सार्थकता की जांच करता है?
उत्तर यह कानून का राज, अधिकारों का बँटवारा और न्यायिक पुनरावलोकन जैसी नीतियों की सार्थकता की जांच करता है।
प्रश्न 31. नीतियों की सार्थकता की जांच किस प्रकार की जाती है?
उत्तर यह कार्य विभिन्न विचारकों द्वारा इन युक्तियों के बचाव में विकसित युक्तियों की जांच पड़ताल के जरिए किया जाता है।
प्रश्न 32. राजनीतिक सिद्धांतकार क्या करते हैं?
उत्तर विभिन्न तर्कों की जांच पड़ताल के अलावा यह ताजा राजनीतिक अनुभवों की छानबीन करते हैं। और भावी रुझानों तथा संभावनाओं को चिन्हित करते हैं।
प्रश्न 33. ‘आजीविका के अधिकार’ को किसमें शामिल किया गया है?
उत्तर ‘जीवन के अधिकार’ में ।
प्रश्न 34. ‘सूचना के अधिकार’ की गारंटी किसके द्वारा दी गई ?
उत्तर एक नए कानून के द्वारा ।
प्रश्न 35. ‘ नेटीजन ‘ किसे कहा जाता है?
उत्तर अंग्रेजी में इंटरनेट का उपयोग करने वालों को ‘नेटीजन’ कहते हैं।
प्रश्न 36. इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोगों को कितनी स्वतंत्रता देनी चाहिए ?
उत्तर सीमित (नियमों के अंतर्गत)
प्रश्न 37. क्या आप किसी अजनबी को अवांछनीय ई-मेल भेज सकते हैं?
उत्तर नहीं , क्योंकि इसके लिए सजा का प्रावधान होता है।
प्रश्न 38. क्या आप चैट रूम में अपने उत्पाद का विज्ञापन कर सकते हैं?
उत्तर हां , कर सकते हैं।
प्रश्न 39. क्या सरकार आतंकवादियों का सुराग लगाने के लिए किसी के व्यक्तिगत ई-मेल में ताक-झाँक कर सकती है ?
उत्तर हां , लेकिन विशेष परिस्थितियों में।
प्रश्न 40. प्राचीन यूनान में किसे सर्वाधिक विवेकशील व्यक्ति कहा जाता था ?
उत्तर प्राचीन यूनान के एथेंस नगर के सुकरात को।
प्रश्न 41. सुकरात क्यों प्रसिद्ध था? सुकरात को मृत्युदंड क्यों दिया गया?
उत्तर सुकरात समाज धर्म, और राजनीति के बारे में प्रचलित मान्यताओं पर सवाल खड़े करने और चुनौती देने के लिए प्रसिद्ध था, और इसीलिए उसे मृत्युदंड दिया गया था।
प्रश्न 42. प्लेटो किसके शिष्य थे?
उत्तर सुकरात के।
प्रश्न 43. प्लेटो ने अपनी किस पुस्तक में सुकरात का वर्णन किया?
उत्तर ‘द रिपब्लिक’ में ।
प्रश्न 44. प्लेटो की पुस्तक ” द रिपब्लिक ” का केंद्र बिंदु क्या था ?
उत्तर ” द रिपब्लिक ” पुस्तक का केंद्र बिंदु था — ” न्याय क्या है ? “
प्रश्न 45. सुकरात किसी दृष्टिकोण में निहित सीमाओं और असंगतियों को उजागर करने के लिए वह किसका प्रयोग करता था ?
उत्तर तर्क बुद्धि के तरीके का प्रयोग करता था।
प्रश्न 46. गणित और राजनीतिक सिद्धांत की परिभाषाओं में क्या अंतर है?
उत्तर गणित में एक शब्द की एक ही परिभाषा होती है । जबकि राजनीति सिद्धांत में अनेक परिभाषाएँ देखने को मिलती है ।
प्रश्न 47. समानता का क्या अर्थ होता है?
उत्तर समानता का अर्थ — सभी के लिए समान अवसर।
प्रश्न 48. भारतीय संविधान सभी को कौनसी शिक्षा पाने के अधिकार की गारंटी देता है ?
उत्तर प्रारंभिक शिक्षा ।
प्रश्न 49. समानता की अनेक परिभाषाओं के होने की क्या वजह है ?
उत्तर इसकी वजह है कि “समानता का अर्थ प्रसंग पर निर्भर करता है ।
प्रश्न 50. राजनीतिक सिद्धांतकार राजनीतिक अवधारणाओं के अर्थ को कैसे स्पष्ट करते हैं?
उत्तर राजनीतिक सिद्धांतकारों द्वारा यह देखते हुए स्पष्ट करते हैं कि आम भाषा में इन्हें कैसे समझा एवं बरता जाता है ।
प्रश्न 51. अवसर की समानता कब पर्याप्त है ?
उत्तर जब सभी की आर्थिक स्थिति भी समान हो।
प्रश्न 52. कब लोगों को विशेष बर्ताव की जरूरत होती है ?
उत्तर जब लोग किसी अक्षमता की शिकार होते हैं , तथा बुनियादी जरूरतें भी पूरी नहीं कर पाते हैं।
प्रश्न 53. विशेष बर्ताव कब तक व किस हद तक करना चाहिए ?
उत्तर जब तक कि अक्षम लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी ना हो जाए तथा यह उनकी बुनियादी सुविधाओं तक ही सीमित रहनी चाहिए।
प्रश्न 54. क्या गरीब बच्चों को स्कूल में बने रहने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु दोपहर का भोजन दिया जाना चाहिए ?
उत्तर हां, दिया जाना चाहिए ।
प्रश्न 55. क्या हमारे अपने राजनीतिक आदर्श हो सकते हैं?
उत्तर हां, हो सकते हैं।
प्रश्न 56 . क्या हमें राजनीतिक सिद्धांतों के अध्ययन की आवश्यकता है?
उत्तर हां, आवश्यकता है।
प्रश्न 57. राजनीतिक सिद्धांत वकील, जज, पत्रकारों को क्यों पढ़ने चाहिए ?
उत्तर क्योंकि यह शोषण का पर्दाफाश करते हैं। और नए अधिकारों की मांग करते हैं।
प्रश्न 58. राजनीतिक सिद्धांत के अध्ययन से हमें क्या मिलेगा ?
उत्तर – हम भविष्य में संबंधित किसी पेशे को चुन सकते हैं ।
– मतदान करने के फैसले में सहायता मिलती है।
– राजनीति करने वालों को जनाभिमुख बना सकते हैं।
– हम अपने विचारों को परिष्कृत कर पाते हैं।
– सार्वजनिक हित में सुविज्ञ तरीके से तर्क-वितर्क कर पाते हैं।
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