कक्षा 10 अध्याय 3 आनुवांशिकी
कक्षा 10 अध्याय 3 आनुवांशिकी
1 आनुवांशिकी किसे कहते हैं
जीव विज्ञान की वह शाखा जिससे सजीवों के लक्षणों की आनुवांशिकता एवं विभिन्नताओं का अध्ययन किया जाता है उसे आनुवांशिकी कहते हैं
2 आनुवांशिक लक्षण किसे कहते हैं
सजीवों में लैंगिक जनन की क्रिया के सामान्य गुणों को द्वारा विभिन्न लक्षणों का पीढ़ी-दर-पीढ़ी संचरण होता रहता है इन लक्षणों को आनुवांशिकी लक्षण कहते हैं
3 मेण्डल का जन्म कब वह कहां हुआ
मेण्डल का जन्म 22 जुलाई 1882 को ऑस्ट्रेलिया के हेन्जनडाँफर्फ प्रांत के सिलीसियन गांव में हुआ
4 मेण्डलवाद इसे कहते हैं
मेण्डल द्वारा उद्यान मटर पर किए गए प्रयोगों के परिणाम के आधार पर आनुवंशिकता के नियम का प्रतिपादन किया गया जिन्हें मेण्डलवाद भी कहते हैं
5 मेण्डल की सफलता के कौन से कारण है मेण्डल कि सफलता के कारण निम्न है
मेण्डल ने एक समय में एक ही लक्षण की वंशागति का अध्ययन किया
मेण्डल ने अपने संकरण प्रयोगों के सभी आंकड़ों का सावधानीपूर्वक सांख्यिकी विश्लेषण किया
मेण्डल ने अपने प्रयोग के लिए पादप का चुनाव भी सावधानी पूर्वक किया
6 मेण्डल ने अपने प्रयोगों के लिए उघान मटर को क्यों चुना
एक वर्षीय पादप होने के कारण कम समय में अनेक पीढियों का अध्ययन किया जाना संभव था
द्वी लिंगी पुष्प होने के कारण स्वपरागण के द्वारा समयुग्मजी पादप अथवा शुद्ध वंशक्रम सरलता से प्राप्त किया जा सकता है
विपुंसन विधि द्वारा कृत्रिम परपरागण आसानी से किया जा सकता है
मटर के पौधे में विभिन्न विपर्यासी लक्षणों के जोड़े पाए जाते हैं
7 जीन किसे कहते हैं
किसी एक लक्षण को नियंत्रित करता है उसे जीन कहते हैं
8 युग्म विकल्पी किसे कहते हैं
किसी एक लक्षण को नियंत्रित करने वाले जीन के दो विपर्यासी स्वरूपों को युग्म विकल्पी कहते हैं
9 समयुग्मजी किसे कहते हैं
जब किसी लक्षण को नियंत्रित करने के करने वाली युग्म विकल्पी एक समान हो तो उसे समझाते हैं
10 विषमयुग्मजी किसे कहते हैं
जब किसी लक्षण को नियंत्रित करने वाले जीन के दोनों युग्म विकल्पी असमान हो उसे विषमयुग्मजी कहते हैं
11 जीन प्रारूप किसे कहते हैं
किसी सजीव की अनुवांशिकी रचना को जीन प्रारूप कहते हैं जैसे शुद्ध या सम युग में जी लंबा TT व अशुद्ध या विषमयुग्मजी लंबा TT
12 प्रारूप किसे कहते हैं
किसी से जीवों की कार्य प्रतीती को लक्षण प्रारूप कहते हैं
13 संकर संकरण किसे कहते हैं
वह संकरण जिसमें एक लक्षण की वंशागति का अध्ययन किया जाता है उसे एक संकर संकरण कहते है
14 परीक्षण संकरण किसे कहते हैं
वह संकरण जिसमें f1 का संकरण अप्रभावी लक्षण प्रारूप वाले जनक के साथ किया जाता है परीक्षण संकरण कहलाता है
15 संकर पूर्वज या पश्च संकरण किसे कहते हैं
वह संकरण जिसमें f1 पीढी का संकरण दोनों जनकों में से किसी एक के साथ किया जाता है संकर पूर्वज संकरण कहलाता है
16 जनक पीढी किसे कहते हैं
संतति प्राप्त करने के लिए जिन पौधों का संकरण कराया जाता है उन्हें जनक पीढ़ी कहते हैं
17 f1पीढीकिसे कहते हैं
जनको के संकट से प्राप्त प्रथम पीढ़ी f1 पीढी कहते हैं
18 एक संकर अनुपात किसे कहते हैं
एक संकर संकरण से प्राप्त अनुपातों को एक संकर अनुपात कहते हैं
19 प्रभावी लक्षण किसे कहते हैं
वह लक्षण जो f1 पीढ़ी में अपनी अभिव्यक्ति दर्शाता है प्रभावी लक्षण कहलाता है
20 अप्रभावी लक्षण किसे कहते हैं
वह लक्षण जो f1 पीढ़ी में अपनी अभिव्यक्ति नहीं दर्शाता है उसे अप्रभावी लक्षण क्या होते हैं
21 स्वतंत्र अपव्यूहन का नियम किसे कहते हैं
यदि दो या दो से अधिक विपर्यासी लक्षण से युक्त पादपों का संकरण कराया जाता है तो एट लक्षण की वंशागति का दूसरे लक्षण की वंशागति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है अर्थात प्रत्येक लक्षण के युग्म विकल्पी केवल प्रथक ही नहीं होता अपितु विभिन्न लक्षणों के युग्म विकल्पी एक दूसरे के प्रति स्वतंत्र रूप से व्यवहार करते हैं या स्वतंत्र रूप से होते हैं इसे स्वतंत्र अपव्यूहन का नियम कहते हैं
23 मेण्डल के वंशागति के नियमों का क्या महत्व है
मेण्डल के पृथक्करण के नियम की प्रस्तुति से जीन संकल्पना की पुष्टि होती है
पृथक्करण के नियम अनुसार एक जीन के दो युग्म विकल्पी होते हैं तथा यह दो विपर्यासी लक्षण को नियंत्रित करते हैं
नोट्स के लिए पाठ के नाम पर Click करे
1 भोजन एवं मानव स्वास्थ्य
1 Food and Human Health
2 मानव तंत्र
2 human System
3 अनुवांशिकी
3 Genetics
4 प्रतिरक्षा एवं रक्त समूह
4 Immunity
5 दैनिक जीवन में रसायन
5 Chemistry in Everyday life
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6 रासायनिक अभिक्रियाएं एवं उत्प्रेरक
6 Chemical Reaction and Catalyst
7 परमाणु सिद्धांत एवं तत्वों का आवर्ती वर्गीकरण व गुणधर्म
7 Atomic Theory , Periodic Classification and Properties of Elements
8 कार्बन व उसके योगिक
8 Carbon and its Compounds
9 प्रकाश
9 Light
10 विद्युत धारा
10 Electric Current
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11 कार्य ऊर्जा और शक्ति
11 Work Energy and Power
12 प्रमुख प्राकृतिक संसाधन
12 Main Natural Resources
13 अपशिष्ट एवं इसका प्रबंधन
13 Effects and Management of Waste
14 पादप एवं जंतुओं के आर्थिक महत्व
14 Economic Importance of Plants and Animals
15 पृथ्वी की संरचना
15 Structure of Earth
16 ब्रह्मांड एवं जैव विकास
16 Origin of Universe
17 पृथ्वी के बाहर जीवन की खोज
17 Search of Life in Space
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