कक्षा 7 इतिहास अध्याय 5 जनजातियाँ खानाबदोश और एक जगह बसे हुए समुदाय

कक्षा 7 इतिहास अध्याय 5 जनजातियाँ खानाबदोश और एक जगह बसे हुए समुदाय

जनजातियाँ, खानाबदोश और बसे हुए समुदाय

1. जनजातीय समाज का परिचय

  • जनजातियाँ कौन थीं?
    • जनजातियाँ एक विशिष्ट समूह थीं, जिनका सामाजिक संगठन नातेदारी और कुल संबंधों पर आधारित था।
    • ये लोग जंगलों, पहाड़ों और अन्य दुर्गम क्षेत्रों में रहते थे और साम्राज्यवादी संरचनाओं से अलग थे।
  • समाज की विशेषताएँ
    • इनमें न तो कोई लिखित दस्तावेज होता था और न ही संगठित शासकीय प्रणाली।
    • इनका जीवन प्रकृति पर आधारित था, और ये सामूहिक जीवनशैली अपनाते थे।

2. जनजातीय जीवनशैली

(क) कृषि और वनोपज पर निर्भरता

  • कुछ जनजातियाँ झूम खेती (स्थानांतरित खेती) करती थीं।
    • इसमें जंगल काटकर भूमि तैयार की जाती थी और फसल बोने के बाद भूमि छोड़ दी जाती थी।
  • वनोपज, जैसे शहद, लकड़ी, फल-फूल आदि पर निर्भर रहती थीं।

(ख) पशुपालन और खानाबदोश जीवन

  • कई जनजातियाँ पशुपालन करती थीं।
    • भेड़, बकरी, ऊँट और घोड़े पालना आम था।
  • खानाबदोश जनजातियाँ चरागाह की खोज में लगातार स्थान बदलती थीं।
    • इनका जीवन कठिन परिस्थितियों में भी अनुकूलन पर आधारित था।

(ग) शिकार और शिल्पकारी

  • कुछ जनजातियाँ शिकार, मत्स्य पालन और शिल्पकारी में कुशल थीं।
    • ये लोग रोजमर्रा की उपयोगी वस्तुएँ बनाते और बेचते थे।

3. भारत में जनजातियों का भौगोलिक विस्तार

उत्तर-पश्चिम भारत

  • पंजाब और सिंध क्षेत्रों में खोखर, लंगाह और बलोच जनजातियाँ प्रभावशाली थीं।
  • ये समुदाय सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते थे।

मध्य और पश्चिम भारत

  • भील
    • मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भीलों की प्रमुख उपस्थिति थी।
    • वे शिकार और खेती दोनों में कुशल थे।
  • गोंड
    • गोंड समुदाय ने गोंडवाना क्षेत्र में विशाल राज्यों की स्थापना की।
    • इनका सामाजिक संगठन “गढ़” और “चौरासी” नामक प्रशासनिक इकाइयों में विभाजित था।

पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत

  • नागा, कछारी और अहोम जनजातियाँ यहाँ निवास करती थीं।
  • अहोम जनजातियों ने ब्रह्मपुत्र घाटी में एक शक्तिशाली राज्य की स्थापना की।

4. जनजातीय शासक और उनके राज्य

गोंड राज्य

  • गढ़-कटंगा जैसे गोंड राज्यों ने प्रशासनिक प्रणाली विकसित की।
  • राजा दलपत और उनकी पत्नी रानी दुर्गावती ने मुगलों के विरुद्ध साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी।
    • रानी दुर्गावती ने युद्ध में वीरगति प्राप्त की।

अहोम राज्य

  • 13वीं शताब्दी में अहोम जनजातियों ने ब्रह्मपुत्र घाटी में राज्य स्थापित किया।
  • उन्होंने अपनी सुरक्षा के लिए आग्नेय अस्त्रों और तोपों का उपयोग किया।
  • 1671 में सरायघाट की लड़ाई में लाचित बोरफुकन ने मुगलों को हराया।

5. खानाबदोश समुदाय

बंजारे

  • बंजारे सबसे प्रमुख खानाबदोश व्यापारी थे।
    • वे ‘टांडा’ नामक कारवाँ में यात्रा करते और अनाज व वस्त्रों का व्यापार करते थे।
  • मुगल काल में बंजारों ने सेना की रसद आपूर्ति में योगदान दिया।

पशुपालक समुदाय

  • घुमंतू चरवाहे दूर-दूर तक अपने जानवरों को चराते और व्यापार करते थे।
    • वे ऊन, दूध, और अन्य उत्पादों के बदले अनाज, कपड़े आदि प्राप्त करते थे।

फेरीवाले और कारीगर

  • ये लोग हस्तशिल्प वस्तुएँ बनाते और बेचते थे।
    • जैसे रस्सी, चटाई, मोटे वस्त्र आदि।

6. जनजातीय समाज में परिवर्तन

सामाजिक और आर्थिक बदलाव

  • जनजातियाँ धीरे-धीरे कृषि आधारित समाज में शामिल होने लगीं।
    • नई जातियाँ और व्यवसाय उभरे।
  • श्रेणीबद्ध समाज की स्थापना के कारण अमीर-गरीब और ऊँच-नीच का अंतर बढ़ा।

धार्मिक परिवर्तन

  • ब्राह्मण धर्म और इस्लाम के प्रभाव ने कुछ जनजातियों के धार्मिक आचरण को बदला।
  • अहोम और गोंड जनजातियों ने ब्राह्मण परंपराओं को अपनाया।

7. चर्चा के बिंदु और प्रश्न

महत्वपूर्ण चर्चाएँ

  1. जनजातीय जीवनशैली की विशेषताएँ और चुनौतियाँ।
  2. खानाबदोश और स्थायी समुदायों के बीच समानताएँ और अंतर।
  3. ब्राह्मण धर्म और इस्लाम का जनजातियों पर प्रभाव।

चर्चा के लिए प्रश्न

  1. जनजातीय समाज और साम्राज्यवादी समाज में प्रमुख अंतर क्या थे?
  2. बंजारे क्यों मध्यकालीन अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा थे?
  3. गोंड और अहोम राज्यों की प्रशासनिक व्यवस्थाओं की तुलना करें।

जनजातियाँ, खानाबदोश और बसे हुए समुदाय अध्याय पर आधारित 20-30 एक पंक्ति के प्रश्न हिंदी में कक्षा 7 के छात्रों के लिए, उत्तर सहित:


सामान्य प्रश्न

  1. जनजाति का अर्थ क्या है?
    एसे समूह जो नातेदारी और समान संस्कृति पर आधारित होते हैं।
  2. झूम खेती क्या है?
    स्थानांतरित खेती जिसमें जंगल काटकर जमीन साफ की जाती है और कुछ समय बाद छोड़ दी जाती है।
  3. मध्य भारत की दो प्रमुख जनजातियाँ कौन-सी हैं?
    भील और गोंड।
  4. गढ़-कटंगा क्षेत्र पर किस जनजाति का शासन था?
    गोंड जनजाति।
  5. रानी दुर्गावती कौन थीं?
    गोंड रानी, जिन्होंने मुगलों के खिलाफ वीरतापूर्वक युद्ध लड़ा।
  6. चौरासी किसे कहते हैं?
    84 गाँवों का समूह।
  7. बंजारों का टांडा किसके लिए प्रसिद्ध था?
    वस्तुओं के व्यापार और परिवहन के लिए।
  8. अहोम जनजाति ने अपना राज्य कहाँ स्थापित किया?
    ब्रह्मपुत्र घाटी में।
  9. लाचित बोरफुकन ने कौन-सा प्रसिद्ध युद्ध जीता?
    सरायघाट का युद्ध।
  10. भील जनजाति मुख्य रूप से कहाँ पाई जाती थी?
    पश्चिम और मध्य भारत में।
  1. बंजारों का मुख्य कार्य क्या था?
    अनाज और वस्त्रों का व्यापार।
  2. जनजातियों का मुख्य व्यवसाय क्या था?
    खेती, पशुपालन और वनोपज संग्रह।
  3. अहोम प्रशासन में ‘पयाइक’ का क्या अर्थ है?
    राज्य कार्यों के लिए अनिवार्य श्रम।
  4. रानी दुर्गावती ने किस मुगल सम्राट की सेना से लड़ाई की?
    अकबर।
  5. अहोम जनजाति ने 16वीं शताब्दी में कौन-से हथियार उपयोग किए?
    आग्नेयास्त्र और तोप।
  6. 14वीं शताब्दी के बाद पंजाब में कौन-सी जनजाति प्रभावशाली हुई?
    खोखर जनजाति।
  7. मुगलों ने बंजारों का उपयोग किस कार्य में किया?
    खाद्यान्न और रसद सामग्री की आपूर्ति में।
  8. शिकार और खेती में कुशल जनजाति कौन-सी थी?
    भील।
  9. अहोम समाज का संगठन किस रूप में था?
    खले (संगठित कुल)।
  10. गढ़ किसे कहते हैं?
    गोंड राज्य का किला या प्रशासनिक केंद्र।
  1. ब्रह्मपुत्र घाटी में किस जनजाति ने राज्य स्थापित किया?
    अहोम जनजाति।
  2. गढ़-कटंगा पर किस मुगल सेनापति ने हमला किया?
    आसफ खाँ।
  3. खानाबदोश जनजातियाँ पशुओं का उपयोग किस लिए करती थीं?
    व्यापार, परिवहन और खाद्य उत्पादों के लिए।
  4. गोंड प्रशासन में ‘बरहोत’ क्या था?
    12 गाँवों का समूह।
  5. गोंड समाज मूल रूप से कैसा था?
    समानता पर आधारित।
  6. असम में किस जनजाति ने शक्तिशाली राज्य स्थापित किया?
    अहोम जनजाति।
  7. गोंड राज्यों के पतन का मुख्य कारण क्या था?
    मुगलों और अन्य शक्तिशाली साम्राज्यों द्वारा विजय।
  8. खानाबदोश जीवन की मुख्य विशेषता क्या थी?
    चारागाहों की खोज में निरंतर स्थान परिवर्तन।
  9. अहोम जनजाति ने जनगणना का उपयोग किस उद्देश्य से किया?
    पयाइक प्रणाली के तहत श्रम का वितरण सुनिश्चित करने के लिए।
  10. लाचित बोरफुकन ने भारतीय इतिहास में क्या योगदान दिया?
    मुगलों के विस्तार को रोकने के लिए सरायघाट के युद्ध में विजय प्राप्त की।

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