लोकतंत्र की प्रमुख विशेषताएँ
लोकतंत्र एक ऐसी शासन प्रणाली है जिसमें सत्ता का स्रोत जनता होती है। इसमें नागरिक अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं और सरकार को अपने अधिकार और स्वतंत्रता के साथ नियंत्रित करते हैं। लोकतंत्र की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
- जनता की सर्वोच्चता: लोकतंत्र में सत्ता का अंतिम अधिकार जनता के पास होता है। नागरिकों को चुनावों के माध्यम से अपनी सरकार चुनने का अधिकार प्राप्त होता है।
- नियमित और निष्पक्ष चुनाव: लोकतंत्र में समय-समय पर चुनाव होते हैं, जिसमें नागरिक अपनी पसंद के उम्मीदवारों को चुनते हैं। यह प्रक्रिया निष्पक्ष और स्वतंत्र होती है, ताकि सभी उम्मीदवार और नागरिक बराबरी से भाग ले सकें।
- मौलिक अधिकारों की गारंटी: लोकतांत्रिक व्यवस्था में नागरिकों को मौलिक अधिकार प्राप्त होते हैं, जैसे स्वतंत्रता का अधिकार, समानता का अधिकार, शिक्षा का अधिकार आदि। ये अधिकार नागरिकों की स्वतंत्रता और गरिमा की रक्षा करते हैं।
- कानून का शासन: लोकतंत्र में सभी लोग, चाहे वह आम नागरिक हो या सरकार का प्रतिनिधि, कानून के अधीन होते हैं। कानून का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य होता है, और कानून के सामने सभी समान होते हैं।
- प्रशासन की जवाबदेही: लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकार जनता के प्रति जवाबदेह होती है। यदि सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरी नहीं उतरती, तो उसे अगले चुनाव में बदला जा सकता है। सरकार के हर निर्णय और कार्य का जनता के प्रति उत्तरदायित्व होता है।
- समानता और न्याय: लोकतंत्र में सभी नागरिकों को कानून, अधिकारों और अवसरों के सामने समानता प्राप्त होती है। यह व्यवस्था समाज में किसी भी प्रकार के भेदभाव और अन्याय को समाप्त करने का प्रयास करती है।
- स्वतंत्र मीडिया: लोकतंत्र में मीडिया को स्वतंत्रता होती है ताकि वह सरकार के कार्यों की समीक्षा कर सके और जनता को सच्चाई से अवगत करा सके। मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है।
- सहिष्णुता और बहुलवाद: लोकतंत्र में विभिन्न विचारों, धर्मों और संस्कृतियों का सम्मान किया जाता है। हर नागरिक को अपनी राय रखने और अपनी संस्कृति का पालन करने की स्वतंत्रता होती है।
इन विशेषताओं के कारण लोकतंत्र एक ऐसी शासन प्रणाली है जो नागरिकों को स्वतंत्रता, समानता, और न्याय का अधिकार प्रदान करती है, और सरकार को जवाबदेह बनाती है।