विलोम शब्द
शब्द — विलोम शब्द
ऐक्य – अनैक्य
एकांत – अनेकांत
कटु – मधुर
कृष्ण – शुक्ल
कृपण – उदार
घात – प्रतिघात
शाश्वत – क्षणिक
नैसर्गिक – कृतिम
हित – अहित
होनी – अनहोनी
ममत्व – परत्व
द्वैत – अद्वैत
ईश्वर – अनीश्वर
उष्ण – शीत
तीक्ष्ण – सरल
त्याग – भोग
थाह – अथाह
दिव्य – अदिव्य
द्वंद्व – निर्द्वंद्व
दुष्कर सूकर
संदेश विश्वास
संभोग विप्रलंभ
हैय प्रेय
चपल गंभीर
चर अचर
सजातीय विजातीय
तृष्णा तृप्ति
तीव्र मंथर
राग विराग
रति विरति
ललित कुरूप
शकुन अपशकुन
प्रवृत्ति निवृत्ति
पाप पुण्य
सूखा गिला
अदृश्य दृश्य
शुभ-अशुभ
न्याय-अन्याय
सत्य असत्य
पार अपार
समापन प्रारंभ
लायक नालायक
योग्य अयोग्य
निर्भय सभय
गुण-दोष
अधोमुख उध्वमुख
अपना पराया
आर्य अनार्य
अवतल उत्तल
अंत अनंत
अस्त उदय
अवनि अंबर
अदेय देय
अजेय जेय
स्वीकार अंगीकार
हिंदी व्याकरण
विलोम शब्द
शब्द — विलोम शब्द
संध्या -प्रात:
रात दिन
नरम कठोर
अस्ताचल उदयाचल
वाद प्रतिवाद
न्याय अन्याय
अनुकूल प्रतिकूल
उपयोगी अनुपयोगी
हंसना रोना
जीना मरना
सुख दुख
विजय पराजय
जीवन मरण
उपस्थित अनुपस्थित
सहयोग असहयोग
कायर शूरवीर
क्षय अक्षय
स्वतंत्रता परतंत्रता
उजियारा अँधियारा
जीना मरना
दिन रात
ताजा बासी
निर्माण विध्वंस
प्रमुख सामान्य
उन्नति अवनति
स्मृति विस्मृति
आगमन निर्गमन
सहित रहित
समीप असमीप
निकट दूर
सुख-दु:ख
अमर मत् र्य
दुर्लभ सुलभ
मृदु कठोर
आरुढ़ अनारुढ़
आदृत अनादृत
आशीष शाप
ईश्वर अनिश्वर
उपसर्ग परसर्ग
उऋण ऋणी
उन्मीलन निमीलन
उद्धृत विनीत
ऊध्व अध
ऋजु वक्र
एकत्र सर्वत्र
एड़ी चोटी
क्रम व्युत्क्रम
कापुरुष पुरुषार्थी
कलुषित निष्कलुषित
खरीद बिक्री
खेद प्रसन्नता
घना छितरा
चपल गंभीर
चिंतित निश्चिंत
झोपड़ी महल
धवल कृष्ण
घोष अघोष
ज्योति तम
तेजस्वी निस्तेज
दुष्प्राप्य सुप्राप्य
धृष्ट विनीत
निष्क्रिय सक्रिय
पुरुष कोमल
प्रतीची प्राची
प्रवेश निर्गम
बद्ध मुक्त
बहुतायत कमी
भ्रांत निभ्रांत
महीन मोटा
मित अपरमित
पूर्ववर्ती परवर्ती
प्रगति अवनति
पदोन्नत पदावनत
भक्ष्य अभक्ष्य
भोज्य अभोज्य
महात्मा दुरात्मा
मेहमान मेज़बान
युगल एकल
रत विरत
रीता भरा
लिप्त निर्लिप्त
वक्र ऋजु
विभव पराभव
विश्लेषण संश्लेषण
व्यक्ति सामाजिक
वैमनस्य सौमनस्य
विसर्जन आवाहन
सविकार निर्विकार
विरक्त आसक्त
विजेता विजित
वेदना आनंद
वैयक्तिक निवैयक्तिक
सहृदय हृदयहीन
शेष अशेष
श्रव्य अश्रव्य
सत्कार तिरस्कार
सक्षम असक्षम
संग निस्संग
संशय निश्चय
संश्लिष्ट विश्लिष्ट
साधर्म्य वैधम्र्य
हर्ष विषाद
संगठन विघटन
संकीर्ण विस्तीर्ण
हेय ग्राह्य
क्षुद्र विराट
ज्ञान अज्ञान
सदाचार दुराचार
ईमानदार बेईमान
अनुकूल प्रतिकूल
निर्भय सभय
सम्मान अपमान
सद्गुण दुर्गुण
निकट दूर
उन्नति अवनति
शांत अशांत
कठोर कोमल
सरल कठिन
समान असमान
कृतज्ञ कृतघ्न
विश्वसनीय अविश्वसनीय
प्रशंसनीय निंदनीय
मितभाषी वाचाल
नश्वर अनश्वर
पश्च- उध्व
शब्द — विलोम शब्द
समास – विग्रह
ह्यास विकास
संघटन विघटन
संशय निश्चय
समास व्यास
संधि विच्छेद
साहसी भीरू
संकल्प विकल्प
संकीर्ण विस्तीर्ण
सरस नीरस
स्थावर जंगम
सुस्त चुस्त
सूर दैत्य
सुरीला बेसुरा
सुधार बिगाड़
स्वजाति विजाति
सुधा गरल
सृष्टि प्रलय
सन्यासी गृहस्थ
हरा सूखा
शूद्र विराट
हास रुदन
विरक्त अनुरक्त
अनपेक्षित अपेक्षित
पश्च अग्र
प्रतिरूप अनुरूप
सक्षम असक्षम
सुगम अगम
अनुनासिक निरनुनासिक
आधार निराधार
आवृत अनावृत
आविर्भाव तिरोभाव
आविर्भूत तिरोभूत
इष्ट अनिष्ट
उदयाचल अस्ताचल
औदार्य अनौदार्य
कनिष्ठ वरिष्ठ/ ज्येष्ठ
छली निश्चल
जंगली पालतू
जागरण निंद्रा
ठिगना लंबा
तृष्णा वितृष्णा
विरोधी अनुयायी
अवरोध अनवरोध
आस्था अनास्था
आग्रह दुराग्रह
आवर्तक अनावर्तक
आशीर्वाद अभिशाप
उत्तरायण दक्षिणायण
क्रिया प्रतिक्रिया
गोचर अगोचर
चिर अचिर
चिरायु अल्पायु
योग वियोग
रचनात्मक ध्वंसात्मक
विकीर्ण संकीर्ण
वक्र सरल/ऋजु
विपदा संपदा
वैतनिक अवैतनिक
श्यामा गौरी
श्री गणेश इतिश्री
श्वास उच्छ्वास
स्वकीया परकिया
स्वधर्म परधर्म
सुपथ कुपथ
सविकार निर्विकार
सकाम निष्काम
हर्ष उपादेय
अतल वितल
अलभ्य प्राप्त
अवरोध अनवरोध
अनुग्रह दंड
अंतर्द्वंद्व बहिर्द्वंद्व
अभियुक्त अभियोगी
आडंबर सादगी
आडंबर युक्त आडंबरहीन
अस्तीकरण निरस्त्रीकरण
आनंद विषाद
खंडन मंडन
मुरझाना खुशबू
अक्रूर क्रूर
ओजस्वी निस्तेज
एकाकी समग्र
उत्साह निरुत्साह
आनंदमय शोकमग्न
आतुर अनातुर
आच्छादित अनाच्छादित
अभ्यंतर बाह्य
अधिकार अनधिकार
अकर्मक सकर्मक
अवशेष नि:शेष
आवास प्रवास
संगत असंगत
अध इति
अनुलोम प्रतिलोम
अनाहूत आहूत
अघोष सघोष
अधुनातन पुरातन
छद्म व्यक्त
गगन पृथ्वी
जंगम स्थावर
तरुण वृद्ध
सात्विक तामसिक
पुरुष कोमल
पदोन्नत पदावनत
पालक घातक
निंध वंदे
पुरोगामी पश्चगामी
नत उन्नत
स्वकीय परकीय
मूक वाचाल
भूषण दूषण
मूल्यवान मूल्यहीन
मत विमत
शोषक शोषित
स्पृश्य अस्पृश्य
सुरीति कुरीति
सृजन विनाश/ संहार
अकाम सकाम
रुचि अरुचि
तुकांत अतुकांत
निश्चित विहित/ उचित
पाश्चात्य पोरस्त्य
पाठ्य अपाठ्य
भौतिक आध्यात्मिक
भावी अतीत
योगी भोगी
रचना ध्वंस
सुशील दुश्शील
सामिच निरामिष
ज्ञेय अज्ञेय
हस्व दीर्घ
सुधा गरल/ विश
अकाल सुकाल
अभिज्ञ अनभिज्ञ
अपराधी निरपराध
अंतरंग बहिरंग
अनुरक्ति विरक्ति
आलोक अंधकार
उद्दंड विनीत
उग्र सौम्य
कुटिल सरल
खल सज्जन
खाद्य अखाद्य
सत अक्षत
क्षुद्र महान
गौण प्रमुख/ प्रधान
गुरु शिष्य /लघु
अल्पायु दीर्घायु
आम खास
आहार विहार
आसक्त अनासक्त
आरोह-अवरोह
उर्वर अनुर्वर
एकत्र विकीर्ण
ऐश्वर्य दारिद्र्य
कल्पना यथार्थ
कोप कृपा
श्रुत अश्रुत
खींझना रीझना
क्षमा दंड
गेय अगेय
गहरा छिछला/उथला
गणतंत्र राजतंत्र
घात प्रतिघात
चोर साधु
चेतना मूर्छा
जाती विजाती
त्यागी लोभी
दानी कृपण
दीर्घकाय लघुकाय
नागरिक ग्रामीण
निर्लज्ज सलज्ज
ग्रामीण नगर
अभिमानी निरभिमानी
चिरंतन नश्वर
जागृत सुप्त
तारीफ शिकायत
झीना गाढ़ा
नख शिख
नमकहराम नमकहलाल
प्रफुल्ल मिलान
पुण्यात्मा पापात्मा
भूगोल खगोल
युक्त अयुक्त
सम विषम
राम रावण
विरह मिलन
संपन्न विपन्न
शोषक पोषक
श्लाघा निंदा
श्रव्य दृश्य /अश्रव्य
शासक शासित
सृजन संहार
पूर्णिमा अमावस्या
मिथ्या सत्य
फूल कांटा
संदिग्ध असंदिग्ध
बहिष्कार – स्वीकार
बंधन – मोक्ष
बर्बर – शिष्ट
भावी – अतीत
भीड़ – एकांत
भौतिक – आध्यात्मिक
भोला – चतुर
लंबा – चौड़ा
विलास – तप
विपुल – न्यून
मधुर – कटुक
मिथ्या – सत्य
मितव्यय – अपव्यय
मुख – पृष्ठ
प्रेम – द्वेष
मिलन – बिछोह
मूल्यवान – मूल्यहीन
यथार्थ – कल्पित
योवन – बुढ़ापा
युवा – वृद्ध
राग – विराग
रुग्ण – स्वस्थ
रचना – विध्वंस
रात्रि – दिवस
रुक्ष – स्निग्ध
शुक्ल – कृष्ण
शासक – शासित
वरदान – अभिशाप
विसर्जन – आह्वान
विज्ञ – अज्ञ
व्यक्तिगत – सार्वजनिक
विवादित – निर्विवाद
विस्मरण – स्मरण
वेदना – आनंद
विशिष्ट – सामान्य
वृद्धि – संक्षेपण
वर – वधू
विशुद्ध – दूषित
सहानुभूति – घृणा
सर्द – गर्म
सत्कार – तिरस्कार
श्री गणेश – समाप्ति
श्याम – श्वेत
श्वास – प्रश्वास
लोभ – त्याग
लचीला – कठोर
शीत – ऊष्ण
शीर्ष – तल
नित्य – अनित्य
अल्पप्राण – महाप्राण
अर्पण – ग्रहण
अवर – प्रवर
आलसी – कर्मठ
आवास – प्रवास
आडंबर – सादगी
इष्ट – अनिष्ट
ईश्वर – अनीश्वर
ऊंच – नीच
उत्तर – दक्षिण
अभिमान – निराभिमान
आलस्य – स्फूर्ति
स्थापन – उन्मूलन
उऋण – ऋणी
उग्र – सौम्य
उद्घाटन – समापन
उत्पत्ति – विनाश
ऐश्वर्य – दारिद्रय
घर – बाहर
घाटा – मुनाफा
घृणा – प्रेम
गगन – धरा
गरल – सुधा
गरिमा – लघिमा
ग्रस्त – मुक्त
गाढा – पतला
खर्च – आमदनी
गृहस्थ – संन्यासी
निम्नलिखित – अपरिलिखित
उद्धत – नम्र
खोटा – खरा
कृश – पुष्ट
कृपा – कोप
एकाकी – समग्र
एकल – सकल
ओजस्वी – निस्तेज
कटु – मधुर
काला — सफेद
क्रोध – क्षमा
घना – बिखरा
चिरंतन – नश्वर
जड़ – चेतन
दंड – पुरस्कार
देव – दानव
धनात्मक – ऋणात्मक
मरु – सिख
नगद – उधार
नैसर्गिक – कृत्रिम
ठोस – तरल
तरुण – वृद्ध
ताप – शीत
तिमिर – प्रकाश
व्यक्त – गृहित
तामसिक – सात्विक
बढ़िया – घटिया
पूर्व – पश्चिम
प्रश्न – उत्तर
प्रदेश – निर्गम
प्रसारण – संकुचन
प्रातः – सायं
पंडित – मूर्ख
पालक – घातक
ममता – निष्ठुरता
लघु – ज्येष्ठ
ज्वार – भाटा
ज्योति – तमस
निकट – दूर
जंगली – पालतू
चोर – साहूकार
चेतना – मूर्छा
दया — क्रूरता
मुमूर्षा – जिजीविषा
संकीर्ण – उदार
विनीत – उग्र
कुसुम – उग्र
अनुरक्त – विरक्त
यौवन – जरा
पूर्वाहन् – अपराहन
अभिशाप – वरदान
प्राचीन – अर्वाचीन
स्वावलंबी – आश्रित
मिथ्या – सत्य
जागृति – सुषुप्ति
क्रांति – शांति
शिक्षित – अशिक्षित
शत्रुता – मित्रता
उत्पन्न – नष्ट
पक्ष – विपक्ष
स्तुति – निंदा
उतार – चढ़ाव
श्रोता – वक्ता
वादी – प्रतिवादी
सम्मान – अपमान
अस्वीकार – पराभव
उपादेय – हेय
कृश – स्थूल
महान – क्षुद्र
संधि – विग्रह
धनवान – अकिंचन
विपुल – न्यून
विकास – हास
दुराचार – सद्भावना
तांडव – लास्य
कार्यनिरत – कार्यविरत
सुधासिक्त – विषाक्त
स्वच्छ – मलिन
संपत् – विपद्
सम्मुख – विमुख
संक्षिप्त – विस्तृत
श्लाघा – निंदा
शूर – कायर
स्थिर – चंचल
सुबोध – दुर्बोध
साधारण – असाधारण
स्वामी – सेवक
सभ्य – असभ्य
बुराई – भलाई
भाव – अभाव
मलिन – निर्मल
मानव – दानव
स्वार्थ – परार्थ
समष्टि – व्यष्टि
हित – अहित
शयन – जागरण
श्वास – उच्छ्वास
सामान्य – विशेष
अर्थ – अनर्थ
अभिमान – विनम्रता
अल्प – बहु
अंधकार – प्रकाश
गुप्त – प्रकट
आयात – निर्यात
उन्नत – सान्त
छाया – धूप
जय – पराजय
जन्म – मृत्यु
जल – थल
जटिल – सरल
झूठ – सच
ढीला – कसा
आकाश – पाताल
आदान – प्रदान
आशा – निराशा
आदर – निरादर
आज्ञा – अवज्ञा
इहलोक – परलोक
इति – अथ
उचित – अनुचित
एक – अनेक
उत्थान – पतन
उर्वरा – ऊसर
ज्ञानी – मूर्ख
डरपोक – वीर/ निडर
प्रत्यक्ष – परोक्ष
तटस्थ – पक्षपाती
दयालु – निर्दय
तीव्र – मंद
उत्तम – अधम
उत्कर्ष – अपकर्ष
सुधीर – अधीर
दुर्गंध – सुगंध
पूर्ण – रिक्त
पूरा – अधूरा
प्रसाद – विषाद
ऐच्छिक – अनिवार्य
राग – द्वेष
लाभ – हानि
प्रवृत्ति – निवृत्ति
बली – निर्बल
बाहर – भीतर
बंधन – मुक्ति
जीवन – मरण
हर्ष – शोक
श्रद्धा – घृणा
शांति – उपद्रव
सार्थक- निरर्थक
घातक – रक्षक
लघु – गुरु
लोभी – निर्लोभ
विधवा – सधवा
विष – अमृत
विरोध – समर्थन
वैर – प्रीति
नास्तिक – आस्तिक
नूतन – पुरातन
मनुष्यता – बर्बरता
मीठा – कड़वा